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बालाघाट पहुंचे कांग्रेस प्रदेश सहप्रभारी आनंद चौधरी: संगठन के मुद्दों पर हुई चर्चा, विधायकों पर लगा फोन नहीं उठाने का आरोप – Balaghat (Madhya Pradesh) News

आनंद चौधरी का बालाघाट दौरा, कांग्रेसियों ने किया स्वागत

अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सचिव और प्रदेश सहप्रभारी आनंद चौधरी, मंगलवार की देर शाम बालाघाट पहुंचे। यहां कांग्रेसियों ने उनका स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेसियों से संगठन को लेकर चर्चा की और विधायकों और पदाधिकारियों की बातों को सुना।

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विधायकों की फोन न उठाने की शिकायत

उन्हें संगठन से लेकर विधायकों तक की शिकायतें सुनने को मिलीं। हालांकि कांग्रेस पदाधिकारियों ने किसी एक विधायक का नाम नहीं लिया, लेकिन यह शिकायत जरूर की कि विधायक संगठन के लोगों का फोन नहीं उठाते हैं और कोई रिस्पांस नहीं देते, जिसके कारण संगठन के कार्यों को लेकर उन्हें दिक्कतें आ रही हैं।

आनंद चौधरी का कांग्रेस के वफादार कार्यकर्ताओं पर जोर

बालाघाट पहुंचे प्रदेश सहप्रभारी आनंद चौधरी ने मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि वे बालाघाट संगठन के लोगों से चर्चा और स्थिति जानने पहुंचे थे। 20 सालों से कांग्रेस की सत्ता नहीं होने के बावजूद, जो कांग्रेस से जुड़े हैं, वे पूरी वफादारी के साथ काम कर रहे हैं। हम अपनी कमियों को ढूंढकर उनका निदान करने का काम करेंगे और प्रदेश एवं देश में अपनी सरकार बनाएंगे।

संगठन के मुद्दों पर हुई चर्चा

गुटबाजी से इनकार

उन्होंने कांग्रेस में नेतृत्व संगठन को लेकर कहा कि कांग्रेस में नेतृत्व संगठन नहीं है, देश और प्रदेश में कांग्रेस ने लंबे समय तक राज किया और वर्तमान में राहुल जी अच्छा नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस में गुटबाजी से इनकार करते हुए कहा कि कुछ घर की बातें होती हैं, जो घर में ही सुलझाई जा सकती हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यदि विधायक कहीं व्यस्त हैं तो ठीक है, लेकिन यदि वह जानबूझकर कार्यकर्ताओं का फोन नहीं उठाते हैं, तो यह गलत है।

कार्यक्रम में उपस्थित कांग्रेसी नेता

इस दौरान विधायक संजय उईके, विवेक पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष सम्राट सिंह सरस्वार, पूर्व सांसद विश्वेश्वर भगत, बोध सिंह भगत, महिला कांग्रेस प्रदेश सचिव अंजू जायसवाल, संगठन मंत्री शफकत खान, शहर कांग्रेस अध्यक्ष श्याम पंजवानी, महिला कांग्रेस अध्यक्ष लक्ष्मी वाघाड़े सहित अन्य कांग्रेसी उपस्थित थे।

दरअसल, बालाघाट जिले की 6 विधानसभा में भले ही चार विधानसभा में कांग्रेस के विधायक हैं, लेकिन जिले में कांग्रेस काफी कमजोर दिखाई देती है। वहीं कांग्रेस संगठन के कई विंग्स के अध्यक्ष ही नहीं हैं। कांग्रेस, गुटों और नेताओं में बंटी दिखाई देती है। यह स्थिति कांग्रेस कार्यक्रमों और आंदोलनों में भी दिखाई देती है, जिसमें मुट्ठी भर कांग्रेसी नजर आते हैं और यही स्थिति प्रदेश सहप्रभारी के आगमन के दौरान भी देखने को मिली। चार विधायकों में केवल दो ही विधायक सहप्रभारी से मिलने पहुंचे और कई जनप्रतिनिधि नदारद रहे।

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