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छह रेलवे ट्रैक को पार करने वाला भोपाल का पहला आरओबी 90 करोड़ की लागत से बनेगा

मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने रेलवे, पीडब्ल्यूडी और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आरओबी के प्लान की जानकारी लेकर निश्चित समयावधि में कार्य पूर्ण करने के लिए दिशा निर्देश दिए। आरओबी के निर्माण से लगभग 15 लाख की आबादी को लाभ होगा।

By vikas verma

Publish Date: Thu, 24 Oct 2024 09:02:13 PM (IST)

Updated Date: Thu, 24 Oct 2024 09:13:51 PM (IST)

खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग निरीक्षण करते हुए।

HighLights

  1. मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने किया आरओबी स्थल का निरीक्षण।
  2. द्वारिका नगर से छोला स्थित श्रीखेड़ापति हनुमान मंदिर उतरेगा।
  3. इसकी लंबाई लगभग 610 मीटर व 9.50 मीटर चौड़ाई होगी।

नवदुनिय प्रतिनिधि, भोपाल। भोपाल स्टेशन प्लेटफार्म नंबर एक के पास द्वारिका नगर से होते हुए छोला स्थित श्रीखेड़ापति हनुमान मंदिर के पास आरओबी उतरेगा। इसकी लंबाई लगभग 610 मीटर व 9.50 मीटर चौड़ाई होगी। भोपाल का पहला आरओबी होगा जो छह रेलवे ट्रैक को पार कर गुजरेगा। यह आरओबी लगभग 90 करोड़ की लागत से निर्माण किया जाएगा।

इसका निर्माण रेलवे द्वारा किया जाएगा। पहले चरण में शासन द्वारा लगभग 72 करोड़ रुपये की राशि रेलवे को दी गयी है। जल्द ही इसका भूमिपूजन कर कार्य प्रारंभ किया जाएगा। यह ब्रिज डेढ़ साल में तैयार किया जाएगा। गुरुवार को सहकारिता, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने नरेला विधानसभा अंतर्गत निशातपुरा कोच फैक्ट्री के पास प्रस्तावित रेलवे ओवर ब्रिज के निर्माण स्थल का निरीक्षण किया।

देश के लिये इंजीनियरिंग का अनूठा उदाहरण होगा आरओबी :श्री सारंग

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मंत्री श्री सारंग ने बताया कि यह आरओबी भोपाल स्टेशन प्लेटफॉर्म नंबर 1 के समीप द्वारिका नगर से होते हुए छोला स्थित श्री खेड़ापति हनुमान मंदिर के पास उतरेगा। इसकी लम्बाई लगभग 610 मीटर व 9.50 मीटर चौड़ाई होगी। उन्होंने बताया कि यह भोपाल का पहला आरओबी होगा जो छह रेलवे ट्रैक को पार कर गुजरेगा। जो देश के लिये इंजीनियरिंग का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत करेगा।

उन्होंने बताया कि अभी भोपाल प्लेटफॉर्म एक से छोला की ओर जाने के लिये छोटी गाड़ियों को पुलिया से होकर गुजरना पड़ता है, वहीं बड़ी गाड़ियों को स्टेशन प्लेटफॉर्म एक से छोला की ओर जाने के लिये भारत टॉकीज आरओबी से लंबा चक्कर लगाना पड़ता है। इस आरओबी के निर्माण से 15 किलोमीटर का लंबा चक्कर नहीं लगाना होगा। साथ ही ट्रैफिक की समस्या से भी क्षेत्र वासियों को निजात मिलेगी।

ट्रैफिक की समस्या में मिलेगी निजात

मंत्री ने बताया कि अभी भोपाल प्लेटफार्म एक से छोला की ओर जाने के लिए छोटी गाड़ियों को पुलिया से होकर गुजरना पड़ता है। वहीं बड़ी गाड़ियों को स्टेशन प्लेटफार्म एक से छोला की ओर जाने के लिए भारत टाकीज आरओबी से लंबा चक्कर लगाना पड़ता है। इस आरओबी के निर्माण से 15 किलोमीटर का लंबा चक्कर नहीं लगाना होगा। साथ ही ट्रैफिक की समस्या से भी क्षेत्र वासियों को निजात मिलेगी। इसके निर्माण से पुराने व नये भोपाल के साथ विदिशा, बैरसिया समेत आसपास के क्षेत्रों से रोड कनेक्टिविटी सुदृढ़ होगी।

निशातपुरा स्टेशन से यात्रा करने वालों को मिलेगा लाभ

कई ट्रेनें बैरागढ़ से सीधे निशातपुरा होते हुए निकलती हैं। अभी यात्रियों को सही कनेक्टिविटी न होने के कारण अपनी ट्रेन पकड़ने के लिए बैरागढ़ जाना पड़ता है। वहीं आरओबी के बन जाने से यात्री बैरागढ़ न जाते हुए सीधे निशातपुरा स्टेशन से ही अपनी ट्रेन पकड़ सकेंगे।

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