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सौभाग्य और शोभन योग में भाई दूज आज, चित्रगुप्त और कलम-दवात की होगी पूजा

तीन नवंबर को भाई दूज के दिन दो शुभ योग बन रहे हैं। उस दिन सौभाग्य योग सुबह से लेकर दिन में 11 बजकर 40 मिनट तक है। उसके बाद से शोभन योग बन रहा है, जो पूरी रात तक है। भाई दूज के शुभ मुहूर्त के समय शोभन योग बना है। उस दिन अनुराधा नक्षत्र पूर्ण रात्रि तक है।

By Jogendra Sen

Publish Date: Sun, 03 Nov 2024 08:52:01 AM (IST)

Updated Date: Sun, 03 Nov 2024 08:52:01 AM (IST)

सौभाग्य और शोभन योग में भाई दूज आज। सांकेतिक चित्र।

HighLights

  1. सौभाग्य योग सुबह से लेकर दिन में 11. 40 मिनट तक है
  2. भाई दूज के शुभ मुहूर्त के समय शोभन योग बना है
  3. चित्रगुप्त पूजा के दिन किताब-कलम की पूजा की जाती है

नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि के दिन भाई दूज का त्योहार तीन नवंबर को दो शुभ योग में मनाया जाएगा। इस त्योहार को मनाने पर भाइयों पर यम की दृष्टि नहीं होती है। वे यमराज की दृष्टि से बचते हैं, उनकी सुरक्षा होती है। भाई को अकाल मृत्यु के भय से मुक्ति मिलती है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, यमुना ने इसी दिन अपने भाई यमराज की लंबी आयु के लिए व्रत किया था।

भाई दूज पर बनेंगे शुभ योग

ज्योतिषाचार्य सुनील चौपड़ा ने बताया कि तीन नवंबर को भाई दूज के दिन दो शुभ योग बन रहे हैं। उस दिन सौभाग्य योग सुबह से लेकर दिन में 11 बजकर 40 मिनट तक है। उसके बाद से शोभन योग बन रहा है, जो पूरी रात तक है। भाई दूज के शुभ मुहूर्त के समय शोभन योग बना है। उस दिन अनुराधा नक्षत्र पूर्ण रात्रि तक है।

भाई दूज पर तिलक करने का शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि की शुरुआत दो नवंबर को रात आठ बजकर 21 मिनट से होगी। वहीं इस तिथि का समापन तीन नवंबर को होगा। इस दिन भाई को तिलक करने का शुभ मुहूर्त दोपहर एक बजकर 10 मिनट से दोपहर तीन बजकर 22 मिनट तक रहेगा। विजय मुहूर्त दोपहर एक बजकर 54 मिनट से दो बजकर 38 मिनट तक है।

भाई दूज पर होगी चित्रगुप्त और कलम-दवात की पूजा

धर्म ग्रंथों के अनुसार कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर यमराज के सहायक भगवान चित्रगुप्त की पूजा करने वालों को सुख-समृद्धि और तरक्की का आशीर्वाद प्राप्त होता है। भगवान चित्रगुप्त कायस्थ समाज के संस्थापक माने जाते हैं। इस दिन कलम, दवात और बही खाता की पूजा का विधान है। चित्रगुप्त पूजा करने से बुद्धि, विद्या और लेखन में महारत हासिल होती है। चित्रगुप्त पूजा के दिन किताब-कलम की पूजा की जाती है।

चित्रगुप्त पूजा मुहूर्त

इस साल चित्रगुप्त पूजा तीन नवंबर को की जाएगी। इस दिन पूजा के लिए सुबह सात बजकर 57 मिनिट से दोपहर 12 बजकर चार मिनिट तक शुभ मुहूर्त बन रहा है। चित्रगुप्त भगवान देवताओं के लेखपाल माने जाते हैं।

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