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मिशिगन के मुसलमानों का हैरिस से हुआ मोहभंग, मिडिल ईस्ट में मची हिंसा बनी कारण 

<p style="text-align: justify;"><strong>US Elections 2024:</strong> मिडिल ईस्ट में हो रही हिंसा से त्रस्त अमेरिका में रह रहे लेबनानी अमेरीकियों को डेमोक्रेट पार्टी से मन उठ चुका है. एक लेबनानी अमेरिकी सौजौद हमाडे ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में ग्रीन पार्टी की उम्मीदवार जिल स्टीन का समर्थन किया. 32 वर्षीय लेबनानी-अमेरिकी रियल एस्टेट वकील ने मंगलवार को देश के सबसे बड़े अरब-बहुल शहर डियरबॉर्न के एक स्कूल में अपना वोट डाला और कहा कि जब भी वह न्यूज देखते हैं तो अपने लोगों को तबाह होता देखते हैं.&nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;">सौजौद हमाडे ने कहा, &ldquo;मैं समाचार में अपने देश को नष्ट होते हुए देखता हूं और जो बाइडेन-हैरिस प्रशासन के इजरायल के लिए अटूट समर्थन से निराश हूं.&rdquo; उनका कहना है कि वह डेमोक्रेटिक उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और रिपब्लिकन पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच की दौड़ की दो तरफा प्रकृति के बारे में क्लीयर हैं.&nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>पहले किया था जो बाइडेन का समर्थन</strong></p>
<p style="text-align: justify;">डेट्रॉइट उपनगर डियरबॉर्न, हेनरी फोर्ड के जन्म स्थान और फोर्ड मोटर कंपनी के हेड ऑफिस के रूप में जाना जाता है. इसकी आबादी लगभग 110,000 है, जिसमें 55 प्रतिशत निवासी मिडिल ईस्ट या उत्तरी अफ्रीकी विरासत का दावा करते हैं. इस शहर के लोगों ने 2020 में राष्ट्रपति जो बिडेन का भारी समर्थन किया था, जिससे उन्हें मिशिगन ब्लू को जीतने में मदद मिली, लेकिन इस बार हुए मतदान से पता चलता है कि मुस्लिम और अरब-अमेरिकी डेमोक्रेटिक पार्टी से दूर जा रहे हैं.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>हैरिस के लिए एक स्पॉइलर के तरह रहे जिल स्टीन</strong></p>
<p style="text-align: justify;">यहूदी चिकित्सक और ग्रीन पार्टी उम्मीदवार जिल स्टीन को मुसलमानों के साथ-साथ देशभर में प्रगतिशील और युवा मतदाताओं के बीच अच्छा प्रदर्शन करने का अनुमान है – जो संभवतः कमला हैरिस के लिए एक स्पॉइलर के तरह काम कर रहा है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>डेमोक्रेट से उठा विश्वास</strong></p>
<p style="text-align: justify;">चुनावी नतीजों को लेकर 28 वर्षीय इंजीनियर मोहम्मद हिजाज़ी ने कहा, "वह एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं जो नरसंहार विरोधी हैं, जिन्होंने पहले डेमोक्रेट को वोट दिया था, लेकिन अब विश्वास खो चुके हैं." तर्क देते हुए वह बोले, &ldquo;डेमोक्रेट के पास मिडिल ईस्ट में शांति लाने की कोई योजना नहीं है और उन्हें ट्रंप पर भरोसा नहीं है कि वे इससे बेहतर करेंगे फिर भी ऐसा लगता है कि ट्रंप पहले की तुलना में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं."&nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>टिफनी ट्रंप के पति के कारण ट्रंप पर बना लोगों का भरोसा</strong></p>
<p style="text-align: justify;">मिशिगन के मुस्लिम समुदाय तक ट्रंप की पहुंच ने हैमट्रैक और डियरबॉर्न हाइट्स के मुस्लिम मेयरों से समर्थन प्राप्त किया, टिफनी ट्रंप के पति के कारण ट्रंप पर लोगों ने भरोसा जताया. ट्रंप की बेटी टिफनी के पति लेबनानी-अमेरिकी हैं. वहीं एक और लेबनानी मूल के 29 वर्षीय प्रथम श्रेणी के शिक्षक चार्ल्स फवाज ने बताया कि वे इस बात से प्रभावित थे कि पूर्व राष्ट्रपति उपस्थित हुए. वह बोले कि जब ट्रंप राष्ट्रपति थे तो हमारी विदेश नीति के साथ सब कुछ ठीक था क्योंकि अन्य नेता हमारे देश का सम्मान करते थे. भले ही ट्रंप मिडिल ईस्ट की शांति पर काम न करें, उन्हें उम्मीद है कि रिपब्लिकन अर्थव्यवस्था को बेहतर तरीके से प्रबंधित करेंगे.</p>
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