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जननी एक्सप्रेस में फर्जीवाड़ा: बिना मरीजों के दौड़ रही एंबुलेंस; सीएमएचओ बोले- कार्रवाई की जाएगी – Vidisha News

विदिशा में जननी एक्सप्रेस में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है , बिना मरीज के जननी एक्सप्रेस रोजाना सैकड़ों किलोमीटर चलाया जा रहा है। मामला सामने आने के बाद सीएमएचओ जांच कराकर कार्रवाई की बात कह रहे हैं।

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प्रदेश सरकार ने महिलाओं को जल्द से जल्द स्वस्थ सुविधा मुहैया करने के लिए जननी एक्सप्रेस की शुरुआत की थी। लेकिन विदिशा जिले में जननी एक्सप्रेस खाओ कमाओ योजना साबित हो रही है। जिले में जननी एक्सप्रेस बिना मरीजों के रोजाना यहां से वहां दौड़ लगा रही है।

इस बात का खुलासा विदिशा से कुरवाई जा रही जननी एक्सप्रेस से हुआ। जब कुछ जागरूक लोगों ने बिना मरीज के यहां से बहा दौड़ रही जननी एक्सप्रेस को पकड़ा तो पता चला कि जननी एक्सप्रेस बिना मरीजों के यहां से वाहन दौड़ती रहती है, जबकि गर्भवती महिलाओं को इसका लाभ नहीं मिल पाता। कई घर पर महिला की डिलेवरी तो कही समय पर स्वास्थ्य केंद्र नहीं पहुंचने पर रास्ते में डिलेवरी हो रही है। जननी एक्सप्रेस कागजों के महिलाओं को लाने छोड़ने के काम में लगी हुई है, जबकि असलियत में मरीजों को गाड़ी नहीं मिलती। और फर्जी कॉल के माध्यम से सैकडो किलोमीटर दौड़ती रहती है ।

कर्मचारी बोले- वेंडर 500 किलोमीटर चलाने का दबाव बनाता है

जननी एक्सप्रेस पर मौजूद कर्मचारियों से बातचीत हुई तो उन्होंने बताया की वेंडर रोजाना 500 किलोमीटर चलाने का दबाव डालते हैं, इसलिए वह बिना मरीज के यहां से वहां जाते हैं, ताकि जननी एक्सप्रेस 500 किलोमीटर चल सके। ड्राइवर ने बताया कि जननी एक्सप्रेस प्रवीण शर्मा की है। हैरानी की बात है कि ड्राइवर के पास ना तो लाइसेंस और ना ही आधार कार्ड मिला। बिना ड्राइविंग लाइसेंस की ड्राइवर, आपातकालीन सुविधा जननी एक्सप्रेस चला रहा है।

कई सिम हैं, फर्जी कॉल कर एंबुलेंस बुलाते हैं

ड्राइवर गोविंद कोरी ने बताया कि वह पिछले माह से एंबुलेंस को ऐसे ही खाली दौड़ता है। रवि मालवीय ने बताया कि उनके पास कई सिम मौजूद हैं, जिनके माध्यम से वह फर्जी कॉल करते हैं और एंबुलेंस को यहां से वाहन दौड़ते हैं। उन्होंने बताया कि ऐसा करने के लिए वेंडर उनके ऊपर दबाव डालता है वेंडर रोजाना 500 किलोमीटर गाड़ी चलाने के लिए बोलता है उसका कहना है कि कैसे भी गाड़ी चलाओ चाहे फर्जी गाड़ी चलाओ, लेकिन 500 किलोमीटर गाड़ी चलना चाहिए उन्हें इसके लिए ₹8000 महीना वेतन दिया जाता है।

सीएमएचओ बोले- जांच कर कार्रवाई करेंगे सीएमएचओ डॉक्टर योगेश तिवारी से इस मामले में बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कीजिए बड़ी शर्मनाक बात है मरीज को 108 एंबुलेंस की सुविधा मुहिया नहीं हो पाती और वहीं इस प्रकार से गाड़ियां दौड़ती रहती हैं। उन्होंने कहा है कि इस मामले में जांच करके कार्रवाई की जाएगी।

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