सीएचएल के चिकित्सकों ने मनीषा के परिजन को ब्रेनडेड होने के बाद अंगदान की जानकारी दी। मनीषा की बेटी ने दुख की इस घड़ी में भी दूसरों को जीवन दान कराने का फैसला लिया। इसके बाद मनीषा की दोनों किडनी और आंखें 4 लोगों को दान की गईं।
58वीं बार शहर में बना ग्रीन कॉरिडोर
इसके लिए शुक्रवार शाम को शहर में 58वीं बार ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। इंदौर सोसाइटी फॉर ऑर्गन डोनेशन के अध्यक्ष और संभागायुक्त दीपक सिंह, सचिव डॉ. संजय दीक्षित, मुस्कान ग्रुप पारमार्थिक ट्रस्ट के जीतू बगानी और संदीपन आर्य ने ऑर्गन डोनेशन की प्रक्रिया पूरी कराई।
इस तरह बने दो ग्रीन कॉरिडोर
पहला ग्रीन कॉरिडोर शाम 6.45 बजे केयर सीएचसी अस्पताल से राजश्री अपोलो अस्पताल के लिए बनाया गया। 6.52 बजे एंबुलेंस राजश्री अपोलो पहुंची। वहीं, दूसरा ग्रीन कॉरिडोर केयर सीएचएल अस्पताल से शाम 6.45 बजे बनाया गया। एंबुलेंस शाम 6.50 बजे एमिनेंट अस्पताल पहुंची। ग्रीन कॉरिडोर के जरिए पहला 7 मिनट और दूसरा ऑर्गन अस्पतालों तक पहुंचाई गई।
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