स्पेसडॉटकॉम के अनुसार, जिस एक्सोप्लैनेट को खोजा गया है, उसका नाम Gliese 12 b (ग्लिसे 12 बी) है। यह ग्रह एक छोटे और ठंडे लाल बौने तारे (red dwarf star) की परिक्रमा करता है। ग्रह की दूरी हमारी पृथ्वी से लगभग 40 प्रकाश वर्ष दूर है। नासा ने ट्रांजिटिंग एक्सोप्लेनेट सर्वे सैटेलाइट (TESS) की मदद से एक्सोप्लैनेट को खोजा। इसकी चौड़ाई पृथ्वी से लगभग 1.1 गुना होने का अनुमान है। इस वजह से यह हमारी पृथ्वी के अलावा शुक्र ग्रह के बराबर भी लगता है।
Gliese 12 b नाम का एक्सोप्लैनेट अपनी तारे की बहुत करीब से परिक्रमा करता है। इस ग्रह पर एक साल पृथ्वी के लगभग 12.8 दिनों में पूरा हो जाता है। जिस तारे का चक्कर ग्लिसे 12 बी लगाता है, वह हमारे सूर्य से छोटा है और ठंडा भी। अपने तारे के करीब होने और उसका जल्दी चक्कर लगा लेने के बावजूद यह एक्सोप्लैनेट रहने के लिए सही हो सकता है।
वैज्ञानिकों का अनुमान है कि यह ग्रह लिक्विड वॉटर की मौजूदगी के लिए ना तो बहुत गर्म है ना ही बहुत ठंडा। हालांकि इसके वायमुंडल के बारे में वैज्ञानिकों को सटीक इन्फर्मेशन नहीं है। वैज्ञानिक उम्मीद जता रहे हैं कि उन्हें आने वाले दिनों में इसके बारे में और जानकारी मिले।
हालांकि पृथ्वी के साइज जैसा ग्रह पहली बार नहीं खोजा गया है। वैज्ञानिक पहले ही ऐसे एक्सोप्लैनेट तलाश चुके है, लेकिन जीवन की संभावना अब तक किसी में नजर पुख्ता तौर पर नहीं आई है। हमारे सौर मंडल से बाहर अबतक 5 हजार से ज्यादा एक्सोप्लैनेट्स की खोज की जा चुकी है।
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2024-05-26 14:34:55
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