मध्य प्रदेश के भोपाल में पूर्व परिवहन आरक्षक सौरभ शर्मा के यहां इनकम टैक्स और लोकायुक्त के छापे के दौरान जंगल में लावारिस मिली कार की चर्चा देशभर में हो रही है। सौरभ शर्मा मूल रूप से ग्वालियर का रहने वाला है और इसका ड्राइवर चेतन सिंह भी यही का है।
By Arvind Dubey
Publish Date: Sat, 21 Dec 2024 10:09:26 AM (IST)
Updated Date: Sun, 22 Dec 2024 12:49:24 AM (IST)
HighLights
- सौरभ के सभी काम संभालता था चेतन सिंह
- छापे की भनक लगते ही फरार हुआ सौरभ
- परिवार के साथ दुबई में होने की आशंका
नईदुनिया,ग्वालियर। भोपाल में मेंडोरी गांव में जो एसयूवी गाड़ी 54 किलो सोने और 9 करोड़ 82 लाख रुपए के साथ पकड़ी गई है, वह सौरभ शर्मा के करीबी चेतन सिंह गौर उर्फ चंदन के नाम पर रजिस्टर्ड है। चेतन सिंह गौर, सौरभ शर्मा के परिवार से शुरू से जुड़ा हुआ है, जिसने ड्राइवर के रूप में काम करना शुरू किया। इसके बाद ड्राइवर से सौरभ का राजदार बन गया और काम भी संभालने लगा।
सौरभ शर्मा के नाम पर पूरे काम एक तरह से चेतन सिंह ही करने लगा था। परिवहन विभाग से लेकर कारोबार में चेतन सिंह ने जिम्मेदारी संभाल रखी थी। ग्वालियर के आरटीओ नंबर से रजिस्टर्ड, जो इनोवा क्रिस्टा एसयूवी मिली है, वह सौरभ उपयोग करता था।
इसी एसयूवी से पहले सौरभ के परिवार को चेतन भोपाल लाता – ले जाता रहा है। चेतन सिंह ग्वालियर में लश्कर के लक्कड़खाना पुल पर रहता था।
आयकर और लोकायुक्त ने मारा था सौरभ शर्मा के यहां छापा
- बता दें कि ग्वालियर के रहने वाले पूर्व परिवहन आरक्षक सौरभ शर्मा के भोपाल स्थित निवास व कार्यालय पर लोकायुक्त व आयकर की संयुक्त टीम ने छापेमारी की है। इसमें लगभग तीन करोड़ नकद बरामद किए गए थे। इ
- सके बाद रात में ही खबर मिली कि भोपाल के मेंडोरी गांव में एक इनोवा गाड़ी लावारिस खड़ी है। वहां आयकर की टीम पहुंची तो आंखे फटी रह गईं। यहां सोना व नकदी गाड़ी में भरा पड़ा मिला।
- यह कार चेतन सिंह के नाम पर रजिस्टर्ड होने के बाद यह पक्का हो गया कि सौरभ शर्मा का करीबी चेतन ही यह कार लेकर माल को छिपाने के लिए ले जा रहा होगा।
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चेतन सिंह उर्फ चंदन: छह साल पहले ग्वालियर से चला गया परिवार
साैरभ शर्मा का करीबी चेतन सिंह का ग्वालियर में मकान बताया गया है, लेकिन परिवार नहीं रहता है। आसपास के लाेगों के अनुसार लभगभ छह साल पहले से परिवार यहां नहीं रह रहा है।
चेतन सिंह गौर के पिता का नाम प्रताप सिंह गौर है। सौरभ ही नहीं यह पूरे परिवार का खास बन गया था। सौरभ जहां नहीं पहुंच पाता था, वहां पूरा काम चेतन सिंह ही देखता था।
सौरभ का भाई छत्तीसगढ़ में अधिकारी, पत्नी भी देखती है काम
काली कमाई से अरबों का मालिक बनने वाले सौरभ का भाई भी है जिसका नाम गौरव शर्मा है। गौरव छत्तीसगढ़ के रायपुर में बतौर अधिकारी पदस्थ है। सौरभ की पत्नी का नाम दिव्या तिवारी है, जो कि सौरभ के कारोबार में सहयोग करती है।
बताया गया है कि सौरभ व उसकी पत्नी वर्तमान में देश से बाहर दुबई में है। सौरभ को आयकर व लोकायुक्त की छापेमारी की जानकारी लग गई थी।
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मंत्री का विभाग जाते ही दे दिया था इस्तीफा
सौरभ शर्मा प्रदेश के मंत्रियों का खास भी है। प्रदेश में एक मंत्री का विभाग जाते ही सौरभ शर्मा ने परिवहन की नौकरी से इस्तीफा दे दिया था। सौरभ भांप गया था कि उसके खास मंत्री के जाते ही उस पर कार्रवाई हाे सकती है। भोपाल में जिस इनोवा कार में नकदी व सोना मिला है, वह परिवहन विभाग में अटैच रह चुकी है। एक बड़े अधिकारी इस वाहन का उपयोग भी करते थे।
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