पकड़े गए आरोपी, जिन्होंने सराफा कारोबारी को धमकाया था।
ग्वालियर में एक सराफा कारोबारी को कॉल कर बदमाशों ने 5 लाख रुपए का टेरर टैक्स मांगा था। बदमाशों ने फोन पर धमकी दी थी कि यदि जिंदा रहना है तो पांच लाख रुपए दे दो, वरना गोलियां मारकर हत्या कर देंगे। साथ ही यह भी कहा कि, हमें पता है कि तुम किस रास्ते से
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दोनों बदमाश आठवीं फेल हैं। ईंट भट्टे पर काम करते हैं। जल्दी अमीर बनकर नाम कमाना चाहते हैं। हजीरा से गुजरते समय सराफा दुकान के बोर्ड पर व्यापारी का नाम व नंबर लिखा था। वहां से आइडिया आया और कॉल कर मांग लिया टेरर टैक्स। दोनों नई उम्र के लड़के हैं। एक पर सिर्फ मारपीट का मामला दर्ज हैं। वह कारोबारी को जानते तक नहीं हैं।
एडिशनल एसपी कृष्ण लालचंदानी ने बताया कि, शहर के किलागेट लोहामण्डी निवासी ज्वेलर्स बृजेश कुमार सोनी उर्फ पप्पन ने हजीरा थाने में लिखित शिकायत की थी कि उसकी निशा ज्वेलर्स के नाम से चार शहर का नाका हजीरा पर दुकान है। 18 दिसंबर को अपनी दुकान पर बैठे थे। तभी उनके पास एक अनजान मोबाइल नंबर से फोन आया था।
जब उन्होंने फोन कॉल रिसीव किया तो सामने से फोन पर गाली-गलौज की गई। साथ ही कॉल करने वालों ने धमकी देते हुए कहा कि अगर वह अपनी जान की सलामती चाहते हैं तो उन्हें पांच लाख रुपए का टेरर टैक्स देना होगा और अगर 20 दिसंबर शाम 5:00 बजे तक उन्हें पैसे नहीं मिले तो वह उसे जान से मार देंगे। इतना ही नहीं फोन कॉल करने वालों ने ये भी कहा कि उन्हें पता है कि हजीरा पर उसकी दुकान है और रात को वह किस-किस रास्ते से अपने घर जाता है। इससे कारोबारी घबरा गया और पुलिस के पास पहुंचा।
आरोपियों से बरामद कट्टा व कारतूस।
मोबाइल लोकेशन से पकड़े टेरर टैक्स मांगने वाले
सराफा कारोबारी की शिकायत पर तत्काल मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने टेक्निकल एविडेंस जुटाए। मोबाइल लोकेशन के आधार पर धमकाने वालों की तलाश शुरू की। धमकाने वालों की लोकेशन सोमवार शाम को मिली। जिस पर पुलिस ने एक्शन लेकर मल्लगढ़ा स्थित तलवार वाले हनुमानजी मंदिर के पास से दो बदमाशों को पकड़ा। इनकी तलाशी लेने पर कट्टा और मेबाइल फोन मिला। जिससे कारोबारी को धमकाया गया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान 19 वर्षीय आदित्य पुत्र कमल प्रजापति निवासी राजा मंडी मद्दी का बाजार, 22 वर्षीय सचिन पुत्र मलखान सिंह लोधी निवासी ग्राम जलालपुर के रूप में हुई है।
8वीं फेल हैं दोनों बदमाश
पुलिस ने जब पकड़े गए दोनों आरोपियों आदित्य और सचिन से जब पूछताछ की तो पता लगा कि दोनों के पिता खेत में किसान मजदूर हैं। घर की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है। दोनों खुद इस कम उम्र में ईंट भट्टे पर काम करते हैं। दोनों अच्छे रोजगार की तलाश में हैं, लेकिन 8वीं फेल होने पर सिर्फ मजदूरी का काम मिल रहा था। वह जल्दी अमीर बनना चाहते थे। कुछ दिन पहले मजदूरी से लौटते समय हजीरा पर निशा ज्वेलर्स के बोर्ड पर सराफा कारोबारी का नाम व मोबाइल नंबर लिखा था। जिस पर उनके दिमाग में यह टेरर टैक्स मांगने का आइडिया आया था।
एक बदमाश पर है कई आपराधिक मामले दर्ज
पुलिस ने जब पकड़े गए अरोपियों से उक्त प्रकरण के संबंध में पूछताछ करने पर उनके द्वारा फोन पर ज्वेलर्स को 5 लाख रुपए की मांग की। नहीं देने पर जान से मारने की धमकी देने की बात स्वीकार कर ली है। पकड़े गए दोनों बदमाशों से एक बदमाश का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड भी है। फिलहाल पुलिस दोनों बदमाशों से पूछताछ कर उनके द्वारा शहर में की गई अन्य घटनाओं के बारे में जानकारी जुटा रही है।
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