भोपाल की हर्षा रिछारिया महाकुंभ में शामिल होकर सोशल मीडिया पर वायरल हुईं। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह साध्वी नहीं हैं, बल्कि आध्यात्मिक मार्ग पर हैं। हर्षा ने पहले मॉडलिंग और एंकरिंग की थी, लेकिन दो साल पहले आध्यात्म की ओर रुख किया।
By Anurag Mishra
Publish Date: Wed, 15 Jan 2025 04:10:11 PM (IST)
Updated Date: Wed, 15 Jan 2025 04:10:11 PM (IST)
HighLights
- हर्षा रिछारिया सोशल मीडिया पर वायरल हैं।
- मॉडलिंग और एंकरिंग में पांच वर्षों तक रहीं।
- दो साल पहले आध्यात्मिक मार्ग पर रुख किया।
नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल: प्रयागराज में महाकुंभ के मेले में शामिल होकर भोपाल की हर्षा रिछारिया सोशल मीडिया की नई सनसनी बन गई हैं। दो दिन पहले उनका एक वीडिया सामने आया है, जिसमें वह रथ पर साधु-संतों के साथ बैठी दिखाई दे रही हैं।
कई लोगों ने उन्हें साध्वी की संज्ञा दे दी। फोटो-वीडियो को सोशल मीडिया के कई प्लेटफार्मों पर पोस्ट करना शुरू कर दिया।
हर्षा ने बाद में स्पष्ट किया कि वह साध्वी नहीं हैं, लेकिन आध्यात्म से जुड़ी हैं। हर्षा भोपाल की रहने वाली हैं। हर्षा ने अपने करियर की शुरुआत मॉडलिंग और एंकरिंग से की थी। करीब पांच वर्षों तक उन्होंने अपना प्रोफेशन जारी रखा।
करीब दो वर्ष पहले उनका रूझान आध्यात्म की ओर बढ़ा। जिसके बाद वे अक्सर उत्तराखंड की धार्मिक यात्राओं पर जाती थीं। इसी दौरान उन्हें निरंजनी अखाड़ा के साधुओं की संगत मिली, जिसके बाद वह आचार्य महामंडलेश्वर की शिष्या बन गईं।
2015 में शुरू की नौकरी
हर्षा रिछारिया कहती हैं कि दो साल पहले सुकून की तलाश में उनका झुकाव आध्यात्म की ओर बढ़ा। उन्हें काम छोड़कर आध्यात्म का रास्ता चुना था। हर्षा ने यह भी बताया कि पारिवारिक स्थिति के कारण उन्होंने 2015 में नौकरी शुरू की थी।
दो वर्ष पहले छोड़ दी मॉडलिंग
लोगों ने उन्हें मॉडलिंग में करियर बनाने का सुझाव दिया, जिसके बाद हर्षा एक एंकर बनीं। कई कार्यक्रमों को होस्ट किया। उन्हें भोपाल में मॉडलिंग के भी कई कॉन्ट्रेक्ट भी मिले। बीते दो वर्षों से उन्होंने मॉडलिंग और एंकरिंग का कार्य छोड़ दिया था। वह उत्तराखंड में ही रहने लगी हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो
महाकुंभ मेले का आयोजन हर 12 वर्षों के अंतराल पर होता है। खास बात यह है कि महाकुंभ प्रयागराज में ही लगता है। मान्यता है कि कुंभ मेले में स्नान करने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिलती है और सभी सुखों को भोगकर अंत में मोक्ष मिलता है। 30-45 दिनों तक चलने वाला कुंभ मेला हिंदू समुदाय… pic.twitter.com/9YPtQpEDuU
— Harsha (@Host_harsha) January 13, 2025
हर्षा ने इंस्टाग्राम प्रोफाइल पर खुद को सोशल एक्टिविस्ट और इंफ्लूएंसर बताया है। उनके एक्स पर बायो में लिखा है कि वह आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी श्री कैलाशानंदगिरी जी महाराज, निरंजनी अखाड़ा की शिष्या हैं।
एक इंटरव्यू में हर्षा ने कहा कि जीवन में काफी कुछ मिलने के बाद एक खालीपन होता है। यह आपको बताता है कि यह सब सच नहीं है, जिसको पाने के लिए इतनी मेहनत की थी। तब आप शांति की तलाश में आध्यात्म की तरफ आते हैं।
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