निगम सभागृह में गुरुवार को आयोजित हुए निगम के साधारण सम्मेलन में पक्ष और विपक्ष दोनों अपनी तैयारियों के साथ पहुंचे। सम्मेलन सुबह 11.30 बजे शुरू हुआ, जाे शाम 6 बजे यानी साढ़े छह घंटे तक चला। सम्मेलन निगम अध्यक्ष कलावती यादव के मुख्य आतिथ्य में हुअा।
.
वहीं कांग्रेस पार्षद पानी की कमी, सड़क पर गड्ढे, आवारा मवेशियों के आतंक और विकास कार्यों में हो रही लापरवाही पर लिखे बैनर पहनकर सदन में पहुंचे। काम नहीं हाे पाने पर कांग्रेसियों ने महापौर से इस्तीफा देने के लिए भी कहा। सम्मेलन में 14 प्रस्ताव आए, जिनमें से 6 प्रस्तावों के मंजूर होने के बाद और चौड़ीकरण पर आए 3 प्रस्तावों पर चर्चा के बीच ही विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया। इसके बाद इन 3 प्रस्ताव सहित अन्य 5 प्रस्तावों पर भाजपा बोर्ड ने सर्वसहमति से मंजूरी दे दी। सम्मेलन में उत्तर विधायक व भाजपा नगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल उपस्थित रहे।
सम्मेलन में सबसे पहले शराब बंदी के फैसले पर धन्यवाद ज्ञापित किया। इस पर एक घंटे तक भाजपा पार्षदों ने अपने-अपने विचार रखे। इसके बाद प्रश्नोत्तर किया गया, जहां अधिकांश पार्षदों ने अधिकारियों द्वारा समय पर जानकारी उपलब्ध नहीं कराने की शिकायत की, जिस पर निगम अध्यक्ष ने आयुक्त से पार्षदों को तय सीमा के भीतर जानकारी उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए।
इसके बाद 6 प्रस्तावों को मंजूरी देने के बाद करीब 45 मिनट तक सदन स्थगित किया और जब फिर से सम्मेलन शुरू हुआ तो चौड़ीकरण पर बात हुई लेकिन बीच चर्चा में विधायक के विचार रखने से पहले ही विपक्ष पार्षद सदन छोड़कर बाहर निकल गए। विपक्ष ने केडी गेट चौड़ीकरण, वर्तमान सड़कों पर हो रहे मेंटेनेंस कार्य को लेकर भी भाजपा बोर्ड और अधिकारियों को घेरा।
विधायक के लंबे भाषण पर विपक्ष नाराज, कहा- विधायक, अतिथि सदन के सदस्य नहीं सदन में विधायक कालूहेड़ा मुख्यमंत्री द्वारा शहर में किए जा रहे विकास कार्यों को बताने लगे और विधायक द्वारा लंबे भाषण देने पर विपक्ष ने विरोध किया। कांग्रेस पार्षद माया त्रिवेदी ने कहा कि विधायकजी सदन के अतिथि हैं, सदस्य नहीं। वहीं नेता प्रतिपक्ष रवि राय ने कहा कि वे पहली बार विधायक बने हैं, इसलिए इन्हें सदन की मर्यादा पता नहीं।
इस बीच विधायक ने अपना भाषण चालू रखा, जिस पर देखते ही देखते एक तरफ मुख्यमंत्री के कामों के नारे लगने लगे तो वहीं दूसरी तरफ विपक्ष अपने पोस्टर लेकर शहर की अव्यवस्थाओं पर नारे लगाने लगा, जिसके बाद निगम अध्यक्ष के समझाने पर सदन को आगे बढ़ाया गया व कहा कि विधायक सदन के सदस्य ही हैं। लेकिन इसके थोड़ी अंतराल में जब विधायक दोबारा चौड़ीकरण पर बोलने खड़े हुए हैं तो देखते ही देखते विपक्ष दल उठकर बाहर चला गया, जिस पर विधायक ने कहा कि ऐसा करके विपक्ष ने विकास का बहिष्कार किया है।
इन प्रस्तावों पर हुई चर्चा सम्मेलन में कार्तिक मेला केंद्रीय समिति एवं विभिन्न समिति के गठन, कार्तिक मेला प्रदर्शनी आयोजन की सैद्धांतिक स्वीकृति, अटल खेल मेला 2024-25 आयोजन की सैद्धांतिक स्वीकृति, कपिला गोशाला का संचालन व संधारण कार्य निजी समिति को सौंपे जाने वाले प्रस्तावों पर कुछ चर्चा के बाद मंजूरी दी गई।
इसके बाद गेल इंडिया लिमिटेड द्वारा पीपीपी मोड पर गोंदिया स्थित प्रसंस्करण इकाई पर 150 टन गीले कचरे से सीबीजी प्लांट स्थापित करने के प्रस्ताव पर पक्ष और विपक्ष के विचार सहमत नहीं होने से आखिर में इस पर चर्चा की बात कही गई, जिसके बाद विपक्ष के सदन छोड़ देने के कारण इस प्रस्ताव सहित जयसिंहपुरा रेलवे लाइन पर प्रस्तावित अंडरपास निर्माण, स्वच्छ भारत अभियान हेतु बजट वर्ष 2024-25 में आईसीसी गतिविधि मद की राशि पुनरीक्षित किए जाने सहित अन्य प्रस्तावों को बिना चर्चा के मंजूरी दे दी गई।
#नगम #सममलन #चडकरण #क #बत #पर #वपकष #क #वकआउट #बन #चरच #क #ह #अनय #पच #परसतव #पर #मजर #Ujjain #News
#नगम #सममलन #चडकरण #क #बत #पर #वपकष #क #वकआउट #बन #चरच #क #ह #अनय #पच #परसतव #पर #मजर #Ujjain #News
Source link