0

Indore Gopal Mandir: शादी के बाद जूठन से चौक हो गईं 193 साल पुराने गोपाल मंदिर की नालियां… गंदगी के बीच हुई सुबह की आरती

देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर के प्राचीन गोपाल मंदिर में शादी की अनुमति देने का मामला गर्माता जा रहा है। अब प्रशासन एक्शन में है। अनुमति देने वालों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। गोपाल मंदिर के प्रबंधन का कार्य संभागायुक्त कार्यालय के अधीन आने वाले धर्मस्थ विभाग द्वारा किया जाता है।

By Arvind Dubey

Publish Date: Tue, 14 Jan 2025 09:01:28 AM (IST)

Updated Date: Tue, 14 Jan 2025 09:01:28 AM (IST)

विवाह आयोजित करने वालों ने कार्यक्रम समाप्त होने के बाद भी मंदिर परिसर की सफाई नहीं कराई। (सफाई करते नगर निगम कर्मचारी)

HighLights

  1. प्रकरण में माफी अधिकारी को हटाया
  2. मैनेजर की भी सेवाएं की गई समाप्त
  3. संभागायुक्त ने दिए जांच के आदेश

नईदुनिया, इंदौर। प्राचीन गोपाल मंदिर में विवाह आयोजन की अनुमति देना माफी अधिकारी और मंदिर के मैनेजर को भारी पड़ गया। आयोजन संपन्न होने के बाद संभागायुक्त दीपक सिंह ने सख्ती दिखाते हुए माफी अधिकारी विनोद राठौर को हटा दिया और मंदिर के मैनेजर केएल कौशल की सेवाएं समाप्त कर दी गई।

इधर आयोजन के दूसरे दिन सोमवार को नगर निगम द्वारा मंदिर की सफाई कराई गई। इसमें तीन ट्राली कचरा परिसर से निकाला गया। सुबह से दोपहर तक सफाई का कार्य जारी रहा। पूरे परिसर में जूठन पड़ी थी और इसके कारण मंदिर की नालियां तक चौक हो गई थीं।

पूरे मंदिर को बना दिया था मैरिज गार्डन

  • गोपाल मंदिर इंदौर से सबसे प्राचीन मंदिरों में शामिल है, जिसका प्रबंधन संभागायुक्त कार्यालय के तहत आने वाला धर्मस्थ विभाग करता है। माफी अधिकारी ने नियमों को परखे बगैर मंदिर में 12 जनवरी को विवाह आयोजन की अनुमति दी थी।
  • आयोजकों ने 29 जुलाई को 25,551 रुपये जमा भी करा दिए। विवाह कार्यक्रम के लिए दो दिन से तैयारियां जारी रहीं, लेकिन इनको नहीं रोका। आयोजकों ने पूरे मंदिर को मैरिज गार्डन बना दिया।
  • खाना बनाने, मंदिर को फूलों से सजाने और खाना खिलाने की आलीशान व्यवस्थाएं चलती रही, लेकिन किसी ने नहीं रोका। आयोजन के बाद पूरे परिसर में गंदगी पड़ी हुई थी, जिसे सोमवार को नगर निगम ने सफाई कर हटाया।
  • मंदिर में सुबह की आरती गंदगी में करना पड़ी। मंदिर पुजारी का कहना है कि गर्भगृह के सामने सुबह झाडू लगवाकर आरती की गई। कलेक्टर आशीष सिंह का कहना है कि मंदिर के संदर्भ में विस्तृत गाइडलाइन तैयार करने के निर्देश दिए हैं।

naidunia_image

जांच में सामने आई अधिकारियों की लापरवाही

अपर कलेक्टर गौरव बैनल ने जांच शुरू कर मंदिर के पुजारी, प्रबंधक और आयोजक के बयान लिए। वहीं माफी अधिकारी विनोद राठौर से प्रतिवेदन लिया गया। इसके आधार पर रिपोर्ट तैयार कर कलेक्टर के माध्यम से संभागायुक्त को सौंपी गई।

जांच में प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही और कार्य के प्रति उदासीनता पाई गई। मंदिर में अमुमन विवाह और अन्य आयोजन के लिए 500 और हजार रुपये की रसीद काटी जाती है और सामान्य फेरों के आयोजन होते थे।

वहीं इस विवाह आयोजन के लिए सौ गुणा अधिक एक लाख 551 रुपये जमा कराए गए। ऐसे में प्रशासनिक अधिकारियों को पहले से पता था कि भव्य आयोजन होने वाला है। मंदिर में 10 जनवरी से सफाई और मंदिर सजाने से लेकर खाना बनाने की तैयारी शुरू हो गई थी, लेकिन इसको रोका नहीं गया।

वहीं प्राप्त राशि को भी बैंक में जमा नहीं कराया गया। जांच में 75 हजार रुपये की राशि भी मामला उजागर होने के बाद जमा होने की पुष्टि हुई है।

naidunia_image

यहां भी क्लिक करें – इंदौर में 193 वर्ष पुराने गोपाल मंदिर में विवाह, जांच के आदेश

राठौर को राऊ एसडीएम से भी हटाया

कलेक्टर आशीष सिंह ने कार्रवाई करते हुए विनोद राठौर को राऊ एसडीएम पद से भी हटा दिया। राठौर को तत्काल प्रभाव से जिला कार्यालय में पदस्थ किया गया है। वहीं राऊ का प्रभार खुडेल एसडीएम गोपाल वर्मा को सौंपा गया है।वही संभागायुक्त ने माफी अधिकारी विनोद राठौर को हटाकर प्रभार एसडीएम कल्याणी पाण्डे को सौंपा है। वहीं मंदिर के प्रबंधक केएल कौशल की सेवाएं समाप्त कर दी गई और मंदिर प्रबंधक का प्रभार फिलहाल विठ्ठल मंदिर के प्रबंधक एसपी पान्डे को सौंपा गया है।

naidunia_image

Source link
https%3A%2F%2Fwww.naidunia.com%2Fmadhya-pradesh%2Findore-indore-gopal-mandir-two-trolleys-of-garbage-taken-out-from-193-year-old-gopal-mandir-after-the-marriage-8376103
#Indore #Gopal #Mandir #शद #क #बद #जठन #स #चक #ह #गई #सल #परन #गपल #मदर #क #नलय #गदग #क #बच #हई #सबह #क #आरत