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MP में 2 दिन बाद फिर तेज ठंड का दौर: पूर्वी हिस्से में 8 दिसंबर को बारिश के आसार; ग्वालियर-चंबल में सर्द हवाएं चलेंगी – Bhopal News

भोपाल में पारा फिलहाल बढ़ गया है। प्रदेश के पूर्वी हिस्से में बारिश होने से ठंड तेज होगी।

मध्यप्रदेश में अगले 2 दिन यानी 48 घंटे बाद मौसम फिर से बदलेगा। रात में तेज ठंड का दौर शुरू होगा, जबकि पूर्वी हिस्से यानी- जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग के जिलों में बारिश होने के आसार हैं। मौसम वैज्ञानिक वीएस यादव ने बताया, वेस्टर्न डिस्टरबेंस (प

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मौसम वैज्ञानिक यादव के अनुसार, अभी मौसम में कोई बदलाव नहीं होगा। रात के पारा में जरूर मामूली गिरावट हो सकती है, लेकिन दिन में तापमान 26 डिग्री से अधिक ही रहेगा। बता दें कि पिछले दो दिन से मौसम का मिला-जुला असर है। दिन में गर्मी है, जबकि रात में भी पारा 6 से 8 डिग्री तक बढ़ा है।

6 और 7 दिसंबर को भी ऐसा ही मौसम रहेगा, लेकिन फिर मौसम बदल जाएगा। पूर्वी हिस्से के संभाग में बारिश होती है तो भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर और चंबल संभाग में तेज ठंड पड़ेगी।

उत्तरी हवाओं की वजह से ग्वालियर-चंबल में ज्यादा ठंड अभी उत्तर भारत में 12.6 किमी की ऊंचाई पर 240 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से जेट स्ट्रीम हवाएं बह रही हैं। यह हवाएं ग्वालियर-चंबल में सबसे ज्यादा असर कर रही है। सर्द हवाओं की वजह से इन दोनों ही संभाग में रात का तापमान ज्यादा लुढ़का हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, जब हवा की ऊंचाई कम होगी, तब प्रदेश में सर्द हवाओं से ठंड का असर और भी बढ़ जाएगा।

‘फेंगल’ तूफान का असर खत्म फेंगल तूफान की वजह से पूरे प्रदेश में पिछले दो दिन से बादल छाए हुए थे। बुधवार को भी ऐसा ही मौसम रहा, लेकिन गुरुवार को बादल छट गए और धूप निकल आई। इस कारण दिन के तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिली। गुरुवार को भोपाल, गुना, नर्मदापुरम, उज्जैन, खजुराहो, मंडला, सिवनी और उमरिया में पारा 30 डिग्री से अधिक रहा। मंडला, सिवनी और नर्मदापुरम में तो टेम्प्रेचर 31 डिग्री या इससे अधिक पर पहुंच गया।

ग्वालियर समेत 13 शहरों में रात का पारा 12 डिग्री से नीचे बुधवार-गुरुवार की रात ग्वालियर समेत प्रदेश के 13 शहरों में रात का तापमान 12 डिग्री से नीचे रहा। शिवपुरी के पिपरसमा में पारा 9.7 डिग्री रहा। वहीं राजगढ़, अशोकनगर के आंवरी, छतरपुर के नौगांव, खजुराहो, शहडोल के कल्याणपुर, ग्वालियर, नर्मदापुरम के पचमढ़ी, रीवा, टीकमगढ़, बालाघाट के मलाजखंड और रायसेन में 12 डिग्री से कम रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 13.8 डिग्री, इंदौर में 17.1 डिग्री, ग्वालियर में 11, उज्जैन 16.7 और जबलपुर में 13.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

20 दिसंबर से कड़ाके की ठंड का दौर मौसम विभाग के अनुसार, अगले 15 दिन तक मौसम में ऐसा ही उतार-चढ़ाव बढ़ा रहेगा। कड़ाके की ठंड का दौर 20 दिसंबर से शुरू होगा, जो जनवरी तक बना रहेगा। इन्हीं 40 दिनों में 20 से 22 दिन कोल्ड वेव यानी सर्द हवाएं भी चल सकती है। सबसे ज्यादा ठंड उज्जैन, ग्वालियर-चंबल संभाग में रहेगी। वजह बर्फीली हवाएं सीधे आना है।

बता दें नवंबर में सर्दी रिकॉर्ड तोड़ चुकी है। भोपाल में तो 36 साल का रिकार्ड टूटा है। इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर में भी पारा सामान्य से 7 डिग्री तक नीचे रहा लेकिन कड़ाके की ठंड दिसंबर में पड़ेगी। सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि इस बार ग्वालियर, उज्जैन और चंबल संभाग सबसे ज्यादा ठिठुरेंगे। यहां कोल्ड वेव यानी सर्द हवाएं भी चलेंगी।

दूसरा पखवाड़ा ही सबसे ठंडा रहा वर्ष 2014 से 2023 तक के ट्रेंड पर नजर डाली जाए तो भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर समेत प्रदेश के अन्य शहरों में दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में ही कड़ाके की ठंड पड़ना शुरू होती है। इन पांच बड़े शहरों में पारा में सबसे ज्यादा गिरावट ग्वालियर में होती है।

पिछले 10 साल में एक बार टेम्प्रेचर 1.8 डिग्री तक पहुंच चुका है। जबलपुर में यह 4.4 डिग्री और उज्जैन में 2.5 डिग्री तक रहा है। भोपाल और इंदौर में भी टेम्प्रेचर 5 डिग्री से नीचे रहे हैं।

MP के 5 बड़े शहरों में दिसंबर में ऐसा ट्रेंड…

भोपाल में 3.1 डिग्री रिकॉर्ड हो चुका टेम्प्रेचर भोपाल में दिन-रात ठंड और बारिश का ट्रेंड रहा है। 10 में से पिछले 5 साल से भोपाल दिसंबर में भीग रहा है। आधा से पौन इंच तक बारिश हो गई। इस बार भी बारिश होने के आसार हैं। दिसंबर में ठंड की बात करें तो 11 दिसंबर 1966 की रात में पारा 3.1 डिग्री पहुंच गया था। यह अब तक का ओवर ऑल रिकॉर्ड है। 3 साल पहले 2021 में पारा 3.4 डिग्री पहुंच चुका है।

इंदौर में 5 से 8 डिग्री के बीच रहा है पारा इंदौर में दिसंबर में रात का तापमान 5 से 8 डिग्री के बीच रहता है। पिछले साल तापमान 10.1 डिग्री तक पहुंच गया था। 10 साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो दिन में पारा 28 से 31 डिग्री के बीच ही रहता है। इस महीने इंदौर में बारिश भी होती है। पिछले 4 साल से बारिश हो रही है।

31 दिसंबर 2015 को दिन का सर्वाधिक तापमान 33 डिग्री दर्ज किया गया था। 27 दिसंबर 1936 की रात में टेम्प्रेचर 1.1 डिग्री रहा था। सर्वाधिक कुल मासिक बारिश वर्ष 1967 को 108.5 मिमी यानी 4.2 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक 53 मिमी यानी 2.1 इंच बारिश 17 दिसंबर 2009 को हुई थी।

ग्वालियर में सबसे ज्यादा सर्दी ग्वालियर में दिन में गर्मी तो रात में ठंड रहती है। पिछले 10 साल में यहां अधिकतम तापमान 26.2 से 31.6 डिग्री तक रह चुका है। वहीं, रात में पारा 1.8 से 6.9 डिग्री दर्ज किया गया। 6 दिसंबर 2006 को दिन का तापमान 32.1 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है। 26 दिसंबर 1961 को न्यूनतम तापमान 0.4 डिग्री पहुंचा था। वर्ष 1997 में कुल मासिक बारिश 106.6 मिमी यानी 4.1 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश 13 दिसंबर 2013 को 32.1 मिमी यानी 1.2 इंच हुई थी।

जबलपुर में बारिश का भी दौर जबलपुर में दिसंबर में बारिश होने का भी ट्रेंड है। 28 दिसंबर 1960 को दिन का तापमान 33.2 डिग्री पहुंच चुका है। 28 दिसंबर 1902 की रात में रात का तापमान 0.6 डिग्री रहा था। यह ओवर ऑल रिकॉर्ड है। वर्ष 1885 को सर्वाधिक मासिक बारिश 125 मिमी यानी 4.9 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड 68.1 मिमी यानी 2.6 इंच 16 दिसंबर 1885 को हुई थी।

उज्जैन में भी हो रही बारिश उज्जैन में दिन का औसत तापमान 28.2 डिग्री और रात में 9.4 डिग्री है। इस महीने औसत 4.6 मिमी बारिश होती है। पिछले पांच साल से उज्जैन में दिसंबर में बारिश हो रही है। 18 दिसंबर 2002 को दिन में टेम्प्रेचर 34.9 डिग्री पहुंच चुका है। यह ओवर ऑल रिकॉर्ड है। 28 दिसंबर 1968 और 29 दिसंबर 1983 को रात में पारा 0.5 डिग्री पहुंच चुका है। वर्ष 1997 को कुल मासिक बारिश 119.4 मिमी यानी 4.7 इंच बारिश हो चुकी है। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश की बात करें तो 11 दिसंबर 1967 को 35.3 मिमी यानी 1.3 इंच बारिश हुई थी।

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