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MP में 25 जनवरी से फिर कड़ाके की ठंड: उत्तरी हवा चलने से 2 से 3 डिग्री लुढ़केगा पारा; रात में पचमढ़ी सबसे ठंडा – Bhopal News

मध्यप्रदेश में 25 जनवरी से फिर तेज ठंड का दौर शुरू होगा। उत्तरी हवा से दिन-रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट हो सकती है। अभी दो सिस्टम की एक्टिविटी होने से हवा का रुख अभी दक्षिण-पूर्वी है।

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सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि पंजाब और निकटवर्ती क्षेत्रों में साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव है। वहीं, एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) की भी एक्टिविटी है। इस वजह से दक्षिण-पूर्वी हवा चल रही है। अगले 2 दिन में हवा का रुख उत्तरी हो जाएगा। इससे प्रदेश एक बार फिर ठंडी हवा की चपेट में आएगा और दिन-रात के तापमान में दो से तीन डिग्री तक गिरावट की संभावना है।

प्रदेश के अधिकांश शहरों में धूप खिली हुई है।

जेट स्ट्रीम हवा चल रही, पर असर कम पश्चिम-उत्तर भारत में जेट स्ट्रीम हवाएं भी चल रही हैं, लेकिन प्रदेश में इसका असर कम है। जेट स्ट्रीम हवाएं जमीन से 12.6 किमी की ऊंचाई पर चलती हैं। बुधवार को जेट स्ट्रीम 268 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चली। मौसम विभाग के अनुसार, जेट स्ट्रीम हवा की रफ्तार कम होने से तापमान में बढ़ोतरी हुई है।

इस वजह से पिछले 5 दिन से प्रदेश के मौसम में खासा बदलाव हुआ है। जिन शहरों में दिन में पारा 20 डिग्री के नीचे था और शीतलहर चल रही थी, वहां पर ठंड का असर नहीं है। बल्कि तेज धूप है। कई शहरों में रात के तापमान में भी बढ़ोतरी हुई है।

2 दिन ऐसा रहेगा मौसम

  • 23 जनवरी: ग्वालियर-चंबल संभाग में सिर्फ हल्का कोहरा रहेगा।
  • 24 जनवरी: पूरे प्रदेश में तेज धूप खिलेगी। इससे दिन का तापमान बढ़ा रहेगा। हालांकि, रात में पारे में गिरावट होगी।

5 डिग्री तक बढ़ा पारा, पचमढ़ी सबसे ठंडा इन दिनों मौसम के दो रंग देखने को मिल रहे हैं। दिन में तेज धूप निकल रही है, वहीं रात में सर्दी है। बुधवार को प्रदेश के कई शहरों में दिन का तापमान 5 डिग्री तक बढ़ गया। भोपाल, बैतूल, धार, गुना, नर्मदापुरम, इंदौर, खंडवा, खरगोन, रतलाम, शिवपुरी, उज्जैन, जबलपुर, खजुराहो, सतना, उमरिया में टेम्परेचर 28 डिग्री से ज्यादा रहा। वहीं, नर्मदापुरम, खंडवा, खरगोन, सिवनी में पारा 30 डिग्री से अधिक रहा। मंडला में सबसे ज्यादा 31.2 डिग्री दर्ज किया गया।

मंगलवार-बुधवार की बात करें तो पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा। यहां तापमान 7.6 डिग्री, कल्याणपुर में 7.9 डिग्री, शाजापुर के गिरवर में 8.6 डिग्री, मंडला में 8.8 डिग्री, मलाजखंड में 9.4 डिग्री और राजगढ़ में तापमान 9.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बड़े शहरों में ग्वालियर में सबसे कम 10.1 डिग्री रहा। भोपाल में 11.2 डिग्री, उज्जैन में 12 डिग्री, जबलपुर में 11.4 डिग्री और इंदौर में पारा 13.6 डिग्री रहा।

MP के 5 बड़े शहरों में जनवरी में ऐसा रहा सर्दी का ट्रेंड…

भोपाल में 0.6 डिग्री पहुंच चुका टेम्परेचर भोपाल में जनवरी में कड़ाके की ठंड पड़ती है। दिन में गर्मी का एहसास और बारिश का ट्रेंड भी है। 18 जनवरी 1935 को रात का टेम्परेचर रिकॉर्ड 0.6 डिग्री सेल्सियस रहा था। वहीं, 26 जनवरी 2009 को दिन में तापमान 33 डिग्री दर्ज किया गया था। पिछले 10 में से 7 साल बारिश हो चुकी है। 24 घंटे में सबसे ज्यादा 2 इंच बारिश 6 जनवरी 2004 को हुई थी। वहीं, सर्वाधिक मासिक 3.8 इंच बारिश जनवरी 1948 को हुई थी।

इंदौर में माइनस 1.1 डिग्री पहुंच चुका पारा इंदौर में जनवरी में सर्दी का रिकॉर्ड माइनस में पहुंच चुका है। 16 जनवरी 1935 को पारा माइनस 1.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। वहीं, 27 जनवरी 1990 को दिन का तापमान 33.9 डिग्री रहा था। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश होने का रिकॉर्ड 6 जनवरी 1920 के नाम है। इस दिन 3 इंच से ज्यादा पानी गिरा था। वहीं, वर्ष 1920 में सर्वाधिक मासिक बारिश 4 इंच दर्ज की गई थी।

जबलपुर में 1946 में रिकॉर्ड 1.1 डिग्री रहा था पारा जबलपुर में भी जनवरी में ठंड-बारिश का ट्रेंड है। 7 जनवरी 1946 को रात का पारा रिकॉर्ड 1.1 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था। वहीं, दिन का उच्चतम तापमान 33.4 डिग्री 7 जनवरी 1973 को रहा था। इस महीने बारिश भी होती है। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश 24 जनवरी 1919 को 2.5 इंच हुई थी। इसी साल पूरे महीने 8 इंच से ज्यादा पानी गिरा था।

उत्तरी हवा आने से ग्वालियर सबसे ठंडा उत्तरी हवाओं की वजह से प्रदेश का ग्वालियर-चंबल सबसे ठंडा रहता है। जनवरी में यहां कड़ाके की ठंड का ट्रेंड है। पिछले 10 साल का रिकॉर्ड देखें तो 2018 में तापमान 1.9 डिग्री और 2019 में 2.4 डिग्री दर्ज किया गया था। 24 जनवरी 1954 को रात का तापमान माइनस 1.1 डिग्री सेल्सियस रहा था। ग्वालियर में जनवरी में बारिश भी होती है। साल 2014 से 2024 के बीच 9 साल बारिश हो चुकी है। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड 8 जनवरी 1926 को है। इस दिन 2.1 इंच पानी गिरा था। वहीं, 1948 को कुल मासिक बारिश 3.1 इंच हुई थी।

उज्जैन में जीरो डिग्री रह चुका पारा उज्जैन में भी उत्तरी हवा का असर रहता है। इस वजह से यहां कड़ाके की ठंड पड़ती है। 22 जनवरी 1962 को पारा 0 डिग्री सेल्सियस रहा था। पिछले 10 साल में टेम्परेचर 2 से 5.8 डिग्री तक रह चुका है। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश होने का रिकॉर्ड 11 जनवरी 1987 के नाम है। इस दिन सवा इंच पानी गिरा था। वहीं, सर्वाधिक कुल मासिक 2.2 इंच 1994 को हुई थी।

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