मध्य प्रदेश में उपचुनाव के लिए भाजपा ने तैयारी शुरू की है। बुधनी सीट पर शिवराज सिंह चौहान और विजयपुर पर रामनिवास रावत का फोकस है। भाजपा का लक्ष्य बूथवार वोट बढ़ाना है। कांग्रेस प्रत्याशी चयन के लिए सर्वे कराएगी।
By Neeraj Pandey
Publish Date: Tue, 08 Oct 2024 05:28:03 PM (IST)
Updated Date: Tue, 08 Oct 2024 05:28:03 PM (IST)
HighLights
- उपचुनाव के लिए भाजपा की तैयारी शुरू
- बुधनी सीट शिवराज चौहान की जिम्मेदारी
- विजयपुर में रामनिवास की प्रतिष्ठा दांव पर
राज्य ब्यूरो, नईदुनिया भोपालः मध्य प्रदेश में दो विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए भाजपा संगठन और सरकार दोनों ने ही तैयारी शुरू कर दी है। परंपरागत बुधनी सीट पर जीत का अंतर बरकरार रखने की जिम्मेदारी तो केंद्रीय कृषि मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर है, वहीं श्योपुर की विजयपुर सीट पर वन एवं पर्यावरण मंत्री रामनिवास रावत की प्रतिष्ठा बचाने के लिए संगठन और सरकार जुट गए हैं।
दोनों सीटों पर मुख्यमंत्री का फोकस
मंगलवार को बुधनी में सैकड़ों करोड़ रुपये के कार्यों के शुभारंभ के साथ ही नौ अक्टूबर को विजयपुर विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव वन समितियों का सम्मेलन करेंगे। इन दोनों सीटों पर मुख्यमंत्री का फोकस हैं। बता दें, बुधनी विधानसभा सीट शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे से रिक्त हुई है। विजयपुर विधानसभा सीट रामनिवास रावत के इस्तीफा देने से रिक्त हुई है। रामनिवास रावत कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए और मंत्री बनाए गए हैं।
सीटों का प्रभार
भाजपा संगठन ने राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा को बुधनी विधानसभा सीट का प्रभारी और पूर्व मंत्री रामपाल सिंह को सह प्रभारी बनाया गया है। ये नेता दोनों क्षेत्रों में प्रवास करेंगे और प्रत्याशी के बारे में पार्टी को सलाह देंगे।अब भाजपा का फोकस बूथवार वोट प्रतिशत बढ़ाने पर हैं। बुधनी के लिए प्रत्याशी चयन को लेकर नामों का पैनल बनाया जा रहा है।
ये नेता टिकट की रेस में
बुधनी विधानसभा सीट पर 20 साल से अधिक समय से भाजपा का कब्जा रहा है। यहां से शिवराज सिंह चौहान चुनाव जीतते रहे हैं। बुधनी से शिवराज के बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान, पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव, किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री रहे रवीश चौहान टिकट की रेस में हैं। वर्ष 2005 में शिवराज सिंह के लिए सीट खाली करने वाले पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह भी टिकट की दौड़ में हैं। विजयपुर में रामनिवास रावत ही भाजपा प्रत्याशी होंगे।
कांग्रेस के हाथ से निकले सीताराम आदिवासी
कांग्रेस विजयपुर सीट पर भाजपा के पूर्व विधायक सीताराम आदिवासी पर दांव लगाना चाहती थी। सीताराम ने ही वर्ष 2018 में भाजपा के टिकट पर रामनिवास रावत को हराया था लेकिन भाजपा ने वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में सीताराम आदिवासी का टिकट काटकर बाबूलाल मेवरा को दे दिया था। सीताराम ने समय-समय पर अपनी नाराजगी भी जताई। भाजपा ने उन्हें सहरिया विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष बना दिया। अब कांग्रेस किसी दूसरे आदिवासी प्रत्याशी के नाम पर भी विचार कर रही है।
प्रत्याशी चयन के लिए कांग्रेस कराएगी सर्वे
दोनों सीटों पर प्रत्याशी चयन के लिए कांग्रेस ने प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं और अब सर्वे भी कराया जाएगा। यह काम पार्टी के ही अन्य जिलों के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के माध्यम से होगा। प्रभारियों की रिपोर्ट और सर्वे में आए नाम को स्थानीय समीकरणों के हिसाब से देखते हुए केंद्रीय चुनाव समिति को भेजा जाएगा।
पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव को बुधनी और राज्य सभा सदस्य अशोक सिंह को उपचुनाव के लिए समिति का प्रमुख बनाया है। उधर, सागर जिले की बीना विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक निर्मला सप्रे की सदस्यता को लेकर निर्णय भी इसी सप्ताह हो जाएगा।
विधानसभा सचिवालय ने उन्हें एक सप्ताह में अपनी दलीय स्थिति स्पष्ट करने का अंतिम अवसर दिया है। बता दें, वह भाजपा में शामिल हो गई हैं लेकिन कांग्रेस से इस्तीफा नहीं दिया है।
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