Johns Hopkins University की अप्लाइड फिजिक्स लेबोरेट्री (JHUAPL) ने Parker Solar Probe का पहला टेलीमिट्री 1 जनवरी को रिसीव किया। इससे पता चला कि पार्कर सोलर प्रॉब के सभी सिस्टम और साइंस उपकरण सही हैं और नॉर्मल तरीके से अपना काम कर रहे हैं। नासा ने हाल ही में इसके बारे में अपडेट जारी करते हुए जानकारी दी।
On Dec. 26, Parker Solar Probe signaled Earth to report it survived its record-breaking flyby of the Sun on Dec. 24.
New transmissions received on Jan. 1 give more details, confirming the spacecraft collected data during the flyby, and more: https://t.co/FzGCGTXjho
— NASA Sun & Space (@NASASun) January 2, 2025
मिशन की देखरेख कर रहे JHUAPL के प्रवक्ता माइकल बकले ने स्पेस डॉट कॉम को बताया, ‘स्पेसक्राफ्ट के सिस्टम और उपकरण के साथ अभी तक सब सही है, यह वास्तव में एक उल्लेखनीय स्पेस क्राफ्ट है!’ लेटेस्ट टेलीमिट्री ट्रांसमिशन से यह भी कंफर्म होता है कि पार्कर सोलर प्रॉब ने अपने फ्लाइट कंप्यूटर्स में दिए गए कमांड को सफलतापूर्वक पूरा किया। उड़ान के दौरान इसके वैज्ञानिक उपकरण भी ठीक से काम कर रहे थे।
इसका मतलब यह हुआ कि स्पेस क्राफ्ट ने हमारे तारे के बारे में बहुमूल्य डेटा इकट्ठा किया है। यह सूर्य के दायरे में 6.1 मिलियन किलोमीटर तक पहुंच गया जो कि किसी स्पेस क्राफ्ट द्वारा इससे पहले नहीं किया गया था। यह अबतक सूर्य के पास सबसे नजदीकी विजिट है। नासा (Nasa) के पार्कर सोलर प्रॉब ने क्रिसमस की पूर्व संध्या पर सूर्य के बेहद नजदीक से उड़ान भरी थी। पार्कर सोलर प्रॉब को बनाने में डेढ़ अरब डॉलर का खर्च आया है।
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2025-01-03 07:24:40
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