भागवत कथा के आखिरी दिन बोले- पं. मिश्रा: आजकल स्वार्थ की मित्रता रह गई है, जब तक स्वार्थ सिद्ध नहीं होता है, तब तक मित्रता रहती है – Sehore News
भागवत कहती है कि आपका कोई सगा व्यक्ति भी यदि अधर्म के मार्ग पर चलता है तो उसे सजा देने से कोई पाप नहीं लगता। भगवान...