चक्राकार या वलयाकार सूर्यग्रहण को रिंग ऑफ फायर भी कहते हैं। यह तब होता है, जब चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी के बीच से गुजरता है। हालांकि वह सूर्य को पूरी तरह से ढक नहीं पाता और सूर्य पर एक काली डिस्क की तरह दिखता है।
क्योंकि भारत में यह ग्रहण प्रभावी नहीं होगा, ऐसे में अगर आप इसे देखना चाहते हैं, तो ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स का रुख कर सकते हैं। नासा इस ग्रहण का लाइव कवरेज करने वाली है। उसके ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर ग्रहण को देखा जा सकेगा। यानी दुनियाभर के लोग ‘रिंग ऑफ फायर’ के नजारे को ऑनलाइन लाइव देख पाएंगे। इसका टेलीकास्ट भारतीय समय के अनुसार रात 9 बजे से शुरू हो जाएगा।
सूर्यग्रहण को नग्न आंखों से देखना सेफ नहीं माना जाता। नासा का कहना है कि जो लोग मौके पर मौजूद होकर सूर्यग्रहण का नजारा देखेंगे, वो पिनहोल प्रोजेक्टर की मदद ले सकते हैं।
14 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण के बाद 28 अक्टूबर को आंशिक चंद्र ग्रहण भी लगने वाला है। यह यूरोप, अफ्रीका, एशिया, अंटार्कटिका और ओशिनिया समेत पूर्वी गोलार्ध के अधिकांश हिस्सों में दिखाई देगा। भारत में यह ग्रहण भी प्रभावी नहीं होगा। एक ही महीने में सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण की घटनाएं अमूमन नहीं होतीं। ऐसे में उन लोगों के लिए यह दिलचस्प मौका है, जिनकी दिलचस्पी आसमान में होनी वाली घटनाओं में है।
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2023-10-12 07:08:44
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