हालांकि अमलथिया का डाइमेंशन काफी साधारण है। इसका लॉन्ग एक्सिस 250 किलोमीटर तक फैला है, जबकि सबसे नैरो पॉइंट सिर्फ 128 किलोमीटर तक फैला हुआ है। वैज्ञानिकों का मानना है कि बृहस्पति का यह चंद्रमा आलू जैसा दिखता है और ठोस चट्टान के बजाए मलबे के ढेर जैसा है।
जूनो स्पेसक्राफ्ट ने अमलथिया को 7 मार्च को कैप्चर किया। तब वह बृहस्पति के करीब से 59वीं बार गुजर रहा था। तस्वीर में देखा जा सकता है कि बृहस्पति के आगे उसका चंद्रमा सिर्फ एक काले बिंदु सा नजर आता है। रिपोर्ट के अनुसार, अमलथिया बृहस्पति के बादलों से करीब 1 लाख 81 हजार किमी ऊपर था।
जिस ग्रेट रेड स्पॉट के पास इसे स्पॉट किया गया, वह बृहस्पति पर मौजूद एक विशाल एंटीसाइक्लोनिक तूफान है और 12,500 किमी एरिया में काबिज है। अमलथिया बहुत तेजी से बृहस्पति का चक्कर लगा लेता है। अपने ग्रह के चारों ओर एक बार घूमने में सिर्फ सिर्फ 0.5 पृथ्वी दिन लगते हैं।
वैज्ञानिक मानते हैं रहस्यमयी
अमलथिया को वैज्ञानिक रहस्यमयी मानते हैं। उन्हें लगता है कि यह चंद्रमा, सूर्य से मिलने वाली गर्मी से ज्यादा गर्मी उत्सर्जित करता है। अभी यह नहीं पता चल पाया है कि वह गर्मी कहां से आ रही है। एक थ्योरी यह है कि हीट डायरयेक्ट और इनडायरेक्ट रूप से बृहस्पति से आती है।
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2024-08-17 08:56:33
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