मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, बीते सप्ताह गुरुवार की रात कैलिफोर्निया के वैंडेनबर्ग स्पेस फोर्स बेस से फाल्कन 9 रॉकेट ने उड़ान भरी थी। वह अपने साथ 20 स्टारलिंक सैटेलाइट्स को लेकर जा रहा था। उड़ान भरने के लगभग एक घंटे बाद रॉकेट का सेकंड स्टेज दोबारा शुरू नहीं हो पाया और सभी स्टारलिंक सैटेलाइट पृथ्वी की एक ऐसी कक्षा में चले गए, जहां से उन्हें वापस मंजिल तक नहीं लाया जा सका। सभी सैटेलाइट्स अब पृथ्वी के वायुमंडल में एंट्री करेंगे और जल जाएंगे।
जांच के बाद ही उड़ पाएगा फाल्कन-9
रिपोर्ट के अनुसार, फाल्कल-9 रॉकेट क्यों फेल हुआ, इसकी जांच अब स्पेसएक्स को करनी है। रॉकेट को ठीक करने के बाद उसे फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) की मंजूरी लेनी होगी। तब तक रॉकेट को उड़ाया नहीं जाएगा यानी वह ग्राउंड पर रहेगा। बताया जा रहा है कि इस सिचुएशन को ठीक होने में कुछ हफ्ते या महीनों लग सकते हैं।
फाल्कन-9 रॉकेट, स्पेसएक्स के सबसे कामयाब रॉकेटों में से एक है। इसने अभी तक 300 से ज्यादा मिशनों की सफलता से उड़ाया है। दुनिया के कई देशों और कंपनियों ने अपने मिशन फाल्कन-9 रॉकेट की मदद से उड़ाए हैं। एलन मस्क ने कहा है कि स्पेसएक्स, स्टारलिंक सैटेलाइट्स के सॉफ्टवेयर को अपडेट कर रही है, ताकि उनके ऑन-बोर्ड थ्रस्टर्स को सामान्य से अधिक जोर से फायर करने के लिए मजबूर किया जा सके। गौरतलब है कि फाल्कन-9 रॉकेट ने जहां स्टारलिंक सैटेलाइट्स को छोड़ा था, वहां से उन्हें ऊपर नहीं उठाया जा सका।
लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।
संबंधित ख़बरें
Source link
#Elon #Musk #क #झटक #फलकन9 #रकट #क #उडन #पर #रक #सपस #म #ह #गय #थ #खरब
2024-07-15 08:48:13
[source_url_encoded