जबलपुर की नेताजी सुभाष चंद्र बोस सेंट्रल जेल के कैदियों ने गणतंत्र दिवस समारोह के लिए एक विशेष झांकी तैयार की है।
जबलपुर की नेताजी सुभाष चंद्र बोस सेंट्रल जेल के कैदियों ने गणतंत्र दिवस समारोह के लिए एक विशेष झांकी तैयार की है। केसरिया रंग की इस झांकी में धार्मिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत का अनूठा संगम देखने को मिलेगा।
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झांकी में सबसे आकर्षक पहलू महाकाल लोक की झलक है। जिसे पहले पायदान पर प्रदर्शित किया गया है। दूसरे पायदान पर कैदियों के जीवन में सुधार से जुड़ी गतिविधियां जैसे प्रशिक्षण, उद्योग, खुली जेल और गोकुल धाम गौशाला को दर्शाया गया है। इसमें महाकौशल क्षेत्र का प्रसिद्ध आदिवासी गेड़ी नृत्य भी शामिल है, जिसे कैदी प्रस्तुत करेंगे।
उप जेल अधीक्षक मदन कमलेश के अनुसार, झांकी में एक विशेष आकर्षण प्रयागराज महाकुंभ के अघोरी साधुओं का नृत्य है, जिसे कैदी भस्म लगाकर प्रस्तुत करेंगे। झांकी में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की पहल ‘एक पेड़ मां के नाम’ को भी प्रदर्शित किया गया है। इसके शीर्ष भाग में ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की अवधारणा को दर्शाती पृथ्वी को दिखाया गया है। जेल की सुरक्षा व्यवस्था को प्रदर्शित करने के लिए हाई वोल्टेज इलेक्ट्रिक फेंसिंग का भी प्रदर्शन किया गया है।
यह झांकी न केवल कैदियों की कलात्मक प्रतिभा को दर्शाती है, बल्कि जेल में चल रहे सुधारात्मक कार्यक्रमों और सांस्कृतिक गतिविधियों का भी जीवंत चित्रण करती है।
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