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रतलाम जिले में इन शराबी शिक्षकों के हवाले बच्चे‎: कहीं शराब पीकर पढ़ाते मिले शिक्षक तो कहीं स्कूल में हाजिरी लगाकर शराब बेच रहे – Ratlam News

प्रदेश के रतलाम जिले में सरकारी स्कूलों में शिक्षक शराब पीकर स्कूल पहुंच रहे हैं। भास्कर टीम ने ग्रामीण क्षेत्र के कई स्कूलों में 20 दिनों तक पड़ताल की। शराबी शिक्षकों की जानकारी जुटाई और उनका पीछा भी किया। घर से निकलते ही शराब पीना और स्कूल जाने की

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कोई लड़खड़ाते हुए स्कूल पहुंचता मिला तो ​कोई नशे में पढ़ाता हुआ। हद तो तब हो गई जब एक स्कूल का प्रभारी स्कूल के समय में ही शराब बेचता मिला। ये स्कूल जनजातीय कार्य विभाग से जुड़े हैं। यहां सवाल ये है कि जब आए दिन ऐसे कई शिक्षकों के कारनामे सामने आते रहते हैं तो इन्हें रोकने का कोई पुख्ता इंतजाम क्यों नहीं है? क्योंकि हमारे बच्चे स्कूलों में शिक्षकों के हवाले ही होते हैं।

सहयोगी शिक्षकों ने बताई पीड़ा एक शिक्षिका ने पीड़ा बताते हुए कहा कि स्कूल मैं अकेली महिला हूं, वो आते हैं तो भी पीकर। पास में रहकर स्कूल नहीं खोलते। हम छुट्‌टी भी नहीं ले सकते। वहीं एक अन्य शिक्षक ने बताया वह तो (शराबी शिक्षक) शराब ही पीता रहता है। उससे यहां-वहां के काम करवाते हैं। मैं ही पढ़ाता हूं। क्या करें अब, इनके भरोसे क्या ही स्कूल और बच्चों को छोड़ें?

मदहोशी में बोला- कार्यक्रम में थोड़ी लगा ली

भास्कर की टीम 14 जनवरी 2025 को सरवन के आगे इंद्रावल कला स्कूल में पहुंची। स्कूल खुला था, बच्चों की पढ़ाई हो रही थी। यहां स्कूल के प्रभारी रमेश निनामा ही नशे में मिले। भास्कर रिपोर्टर ने शराब की स्मेल (दुर्गंध) आने की बात कही तो सही बताते हुए एक्सीडेंट होने का हवाला देने लगे। मुस्कुराते हुए शराब पीने की हामी भी भरी और बोले किसी कार्यक्रम में गए थे, इसलिए पी ली। पैर दर्द होता है इसलिए भी शराब पीने का हवाला देते रहे।

सुबह से नशे में था शिक्षक तोलाराम

18 जनवरी 2025 को प्राथमिक विद्यालय कुपड़ा में भास्कर की टीम पहुंची। प्रभारी लालसिंह चारेल मौजूद थे, जो अपना कार्यालयीन कार्य कर रहे थे। कुछ देर में शिक्षक तोलाराम मईड़ा भी आ गए जो कि नशे में थे। भास्कर ने शराब पीने का सवाल पूछा तो पहले सहयोगी शिक्षक ही बोल पड़े… गुड मॉर्निंग ही उसी से होती है, पहले ठंडी चाय (शराब) फिर गर्म चाय। खांस भी रहे हैं। तोलाराम ने भी स्वीकारा सुबह 5.30 बजे देसी शराब पी थी।

इधर, स्कूल में दस्तखत… रिपोर्टर ने खोजा तो शराब बेचता मिला प्रभारी

दारू रखते हो? हीरालाल – दारू है ना अपने पास। क्या चाहिए आपको? डिब्बा कितने में दोगे। हीरालाल – 140 रु. में देते हैं आपको 130 में दे देंगे। मैं सफेद (देसी शराब) का पीता हूं, पी भी रखी है। माल अच्छा आता है? गड़बड़ तो नहीं? हीरालाल – बीयर की केन पर सील दिखाते बोला, यह ठेके का माल है। शराब बेचने का कितना कमीशन है? हीरालाल – सिर्फ 10 रुपए एक बीयर की केन पर, दूसरा दे तो 20 रुपए मिल जाता है। अपनी दुकान में ब्लैक फोर्ट की बॉटल 600 रुपए की है। आपको 500 रुपए में दे देंगे।

^यदि ऐसा मामला है तो निश्चित ही कार्रवाई की जाएगी। हम ऑन द स्पॉट मेडिकल भी करवाएंगे। -रंजना सिंह, सहायक आयुक्त,जनजातीय कार्य विभाग, रतलाम

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